बंदी की बात - डी.जी. के साथ
मध्य प्रदेश की जेलों में परिरूद्ध बंदियों की समस्याएं सुनने तथा उन समस्याओं का यथोचित निराकरण करने हेतु महानिदेशक जेल द्वारा साप्ताहिक तौर पर बंदियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की जाती है। इन बंदियों में विचाराधीन तथा दण्डित महिला एवं पुरूष बंदी को जेल मुख्यालय स्तर पर इ-प्रिज़न सॉफ्टवेयर के माध्यम से चुना जाता है।
इस प्रकार के कार्यक्रम से बंदियों को विभाग से जुड़ने, अपनी बात रखने, समस्याएं बताने तथा सुझाव साझा करने जेल में उनके लिए मंच उपलब्ध होता है। इस नवीन पहल के माध्यम से जेल मुख्यालय के शीर्ष अधिकारियों को जेलों हेतु नई सुधारात्मक योजनाओं को बनाने एवं क्रियान्वयन में सहायता मिलती है।
मासिक वृक्षारोपण कार्यक्रम
पर्यावरण संरक्षण, पोषण एवं संवर्धन हेतु मध्य प्रदेश जेल विभाग हमेशा से ही सजग एवं तत्पर रहा है। इसी क्रम में महानिदेशक जेल के आदेशानुसार प्रत्येक माह की पहली तारीख को जेल प्रभारियों द्वारा 01 पौधा (आम, नीम, जामुन, पीपल, आंवला, बरगद आदि) का रोपण करने हेतु आदेशित किया गया है। रोपित किए गए पौधों की देखभाल की जिम्मेदारी प्रभारी अधिकारी की रहेगी ताकि पौधा भविष्य में वृक्ष के रूप में तैयार होकर शुद्ध वायु, फल एवं छांया आदि प्रदान कर सके।